हिंदू युवावाहिनी जिला अध्यक्ष ने की हरदौल पूजा
बुन्देलखण्ड के वीर लाला हरदौल पिछले कई दशकों से अपने मन्दिर के लिए तरस रहे है। 2005 में सपा कार्यकाल में सरकारी जमीन व मन्दिर की जमीन पर कब्जाकर कब्रिस्तान के रूप में दर्ज कर दी थी। इस जमीन को मुक्त कराने के लिए हिन्दू युवावाहनी के जिलाध्यक्ष वसभासड बुध्दप्रकाश ने कमर कसी है।
बुंदेलखंड की परंपरा अनुसार प्रतिवर्ष की भांति आज नागपंचमी के अवसर पर हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष बुद्धप्रकाश (सभासद) ने शाम 6 बजे कार्यकर्त्ताओं के साथ पूजा अर्चना की। इस मौके पर बुद्धप्रकाश ने बताया कि वह निरन्तर 25 वर्षों से नागपंचमी को लाला हरदौल की पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं तथा इस स्थान पर हरदौल मन्दिर पार्क निर्माण को लेकर संघर्ष करते रहे हैं बता दें कि उक्त स्थान जयपुरिया भवन के सामने है जो कि सीतापुर ग्रामीण अन्तर्गत गाटा संख्या 1142/3 में रकबा0•088 बंजर भूमि दर्ज है तथा1142/3 में ही ०193नं० का एक रकबा 0105 मुस्लिम कब्रिस्तान के नाम दर्ज है जो कि निरन्तर बंजर भूमि पर अधिग्रहण जारी है। इस विषय को लेकर कई बार जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई यहां तक कि आज तक हरदौल स्थान खसरें में भी दर्ज नहीं है।
आज के अवसर पर हम सभी नें यह संकल्प लिया है कि आगामी विजया दशमी को हरदौल मन्दिर निर्माण का शिलान्यास पूजन हिन्दू युवा वाहिनी के नेतृत्व में करेंगे तब तक स्थानीय हिन्दू वादी नेता व जन प्रतिनिधियों को भी हिन्दू समाज देख ले वो क्या करते है अन्यथा हमारा संघर्ष जारी है जिसके लिये हमने तीन तीन मुकदमे झेले हैं हरदौल मन्दिर निर्माण होकर रहेगा।
बुन्देलखण्ड के वीर लाला हरदौल पिछले कई दशकों से अपने मन्दिर के लिए तरस रहे है। 2005 में सपा कार्यकाल में सरकारी जमीन व मन्दिर की जमीन पर कब्जाकर कब्रिस्तान के रूप में दर्ज कर दी थी। इस जमीन को मुक्त कराने के लिए हिन्दू युवावाहनी के जिलाध्यक्ष वसभासड बुध्दप्रकाश ने कमर कसी है।
बुंदेलखंड की परंपरा अनुसार प्रतिवर्ष की भांति आज नागपंचमी के अवसर पर हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष बुद्धप्रकाश (सभासद) ने शाम 6 बजे कार्यकर्त्ताओं के साथ पूजा अर्चना की। इस मौके पर बुद्धप्रकाश ने बताया कि वह निरन्तर 25 वर्षों से नागपंचमी को लाला हरदौल की पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं तथा इस स्थान पर हरदौल मन्दिर पार्क निर्माण को लेकर संघर्ष करते रहे हैं बता दें कि उक्त स्थान जयपुरिया भवन के सामने है जो कि सीतापुर ग्रामीण अन्तर्गत गाटा संख्या 1142/3 में रकबा0•088 बंजर भूमि दर्ज है तथा1142/3 में ही ०193नं० का एक रकबा 0105 मुस्लिम कब्रिस्तान के नाम दर्ज है जो कि निरन्तर बंजर भूमि पर अधिग्रहण जारी है। इस विषय को लेकर कई बार जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई यहां तक कि आज तक हरदौल स्थान खसरें में भी दर्ज नहीं है।
आज के अवसर पर हम सभी नें यह संकल्प लिया है कि आगामी विजया दशमी को हरदौल मन्दिर निर्माण का शिलान्यास पूजन हिन्दू युवा वाहिनी के नेतृत्व में करेंगे तब तक स्थानीय हिन्दू वादी नेता व जन प्रतिनिधियों को भी हिन्दू समाज देख ले वो क्या करते है अन्यथा हमारा संघर्ष जारी है जिसके लिये हमने तीन तीन मुकदमे झेले हैं हरदौल मन्दिर निर्माण होकर रहेगा।
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