चित्रकूट, संवाददाता: एक गधे की कीमत घोड़े से अधिक? चौकिए मत तीर्थनगरी के पावन मंदाकिनी तट पर गधा मेला प्रारंभ होने से पहले ही एक गधे ने सबसे बड़ी कीमत अपने मालिक को दिलवाई है। यह कीमत है तीस हजार पांच सौ रुपए की। काफी दिनों से मेले का काम देख रहे मुन्ना लाल मिश्र बताते हैं कि इस बार तो भइया गजब हो गया। मेला प्रारंभ होने के पहले ही इलाहाबाद के भरवारी से आये नरोत्तम का गधा तीस हजार पांच सौ रुपए कीमत देकर मध्य प्रदेश टीकमगढ़ के पप्पू ने खरीद लिया।
नयागांव नगर पंचायत के द्वारा पिछले पैतीस सालों से मंदाकिनी के किनारे इस गधा मेला का आयोजन दीपावली में रात बारह दीपदान करने के बाद होता है। इस बार शुक्रवार सुबह भरवरी से आये नरोत्तम का गधा टीमकगढ़ के पप्पू को भा गया और इस गधे ने मेले के पिछले सभी रिकार्डो को ध्वस्त कर अपनी सबसे ज्यादा कीमत अपने मालिक को दिलवाई। वैसे अभी तक इस मेले में लगभग साढ़े पांच सौ गधे आ चुके हैं। मेले के आयोजकों ने बताया कि हर साल इस मेले का स्वरूप बढ़ता जा रहा है।
एक ऐसा स्थान जो विश्व भर के लोगो के लिये किंवदंतियों कथाओं कथानकों के साथ ही यथार्थ चेतना का पुंज बना हुआ है। प्रजापति ब्रह़मा के तपोबल से उत्पन्न पयस्वनी व मां अनुसुइया के दस हजार सालों के तप का परिणाम मां मंदाकिनी के साथ ही प्रभु श्री राम के ग्यारह वर्ष छह माह और अठारह दिनों के लिये चित्रकूट प्रवास के दौरान उनकी सेवा के लिये अयोध्या से आई मां सरयू की त्रिवेणी आज भी यहां पर लोगों को आनंद देने के साथ ही पापों के भक्षण करने का काम कर रही है।
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Monday, November 8, 2010
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