चित्रकूट। चित्रकूट नगर पंचायत की नवनिर्वाचित कमेटी को शपथ ग्रहण करवाने पहुंचे केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन 'आदित्य' ने कहा कि जिस माटी पर भगवान राम के साथ ही संतो का आर्शीवाद हमेशा बरसता हो उस भूमि पर जो भी होता है अच्छे के लिये ही होता है। अपने आपको बुंदेली माटी का बेटा बताते हुये कहा कि यहां का इतिहास संघर्ष और समर्पण का रहा है। भले ही यहां की रियासतें छोटी-छोटी रही हो पर रानी लक्ष्मी बाई, आल्हा, उदल और राजा छत्रशाल का नाम तो बच्चों की जुबान पर सुनाई देता है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट के विकास के लिये वे अपने स्तर से भी हरसंभव प्रयास करेंगे।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी सतना प्रदीप गुप्ता ने नव निर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष नीलांशु चतुर्वेदी व सभी पन्द्रह सभासदों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके पूर्व कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे कें द्रीय मंत्री व नीलांशु चतुर्वेदी ने परिक्षेत्र से पधारे साधु संतों का आर्शीवाद लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वामी राजगुरु संकषर्णाचार्य प्रपन्नाचार्य महाराज ने चाणक्य और राजनीति का तात्विक विवेचन कर कहा कि धर्म आधारित राजनीति से ही देश सही दिशा में जायेगी। इसकी पुष्टि पुराण करते हैं।
इस अवसर पर द्वारिकेश पटैरिया, चौबे तेज भान सिंह, हेमराज राज चौबे, नंदिता पाठक, डा. वीके जैन, कर्नाटक वाली माता जी, कु. गीता देवी, मु. रसीद उर्फ चीनी, प्यारे भाई व रमादत्त मिश्र सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
एक ऐसा स्थान जो विश्व भर के लोगो के लिये किंवदंतियों कथाओं कथानकों के साथ ही यथार्थ चेतना का पुंज बना हुआ है। प्रजापति ब्रह़मा के तपोबल से उत्पन्न पयस्वनी व मां अनुसुइया के दस हजार सालों के तप का परिणाम मां मंदाकिनी के साथ ही प्रभु श्री राम के ग्यारह वर्ष छह माह और अठारह दिनों के लिये चित्रकूट प्रवास के दौरान उनकी सेवा के लिये अयोध्या से आई मां सरयू की त्रिवेणी आज भी यहां पर लोगों को आनंद देने के साथ ही पापों के भक्षण करने का काम कर रही है।
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Monday, January 18, 2010
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