!
- प्रधानमंत्री बनने के बाद एक बार भी मोदी नहीं आए चित्रकूट
- पिछले साल दो बार कैंसिल हो चुके हैं केंद्रीय मंत्रियों के कार्यक्रम
संदीप रिछारिया
गौरतलब है कि पिछली एनडीए सरकार में चित्रकूट को विकसित बनाने के लिए रक्षा कोॅरीडोर व बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सौगात दी गई थी। घोषणा की गई थी कि यहां पर गोली से लेकर गोला तक का निर्माण करने के लिए रक्षा की इकाइयां लगेगीं। पहाडी के पास 3000 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण भी कर लिया गया। इसी प्रकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को चित्रकूट जनपद के भरतकूप से प्रारंभ होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, उरई होते हुए औरैया जनपद में लखनउ- दिल्ली एक्सप्रेस वे से मिलना था। इसके लिए भी जमीन का अधिग्रहण होने के बाद 4 कंपनियों को बिड भी हो चुकी है।वैसे तो प्रधानमंत्री का कार्यक्रम चित्रकूट की धरती पर आने का पिछले लगभग एक साल से बन रहा है, लेकिन शायद यह धर्मनगरी का दुर्भाग्य है कि उनका आना यहां पर अभी तक नहीं हो पाया है।
जगदगुरू रामभद्राचार्य जी महराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास जी महराज कहते हैं कि चित्रकूट की कुंडली में कोई दोष नही है। तिथि, वार, लग्न और नक्षत्र जब तक पूर्ण रूप से िकिसी के साथ नही होते, तब तक कोई मंगल कार्य नही होता।
जब तक किसी व्यक्ति का भाग्य का उदय नही होता, तब तक चित्रकूट उसे नही बुलाता। जब तिथि, वार, ग्रह, नक्षत्र आदि सब अनुकूल होंगे तो प्रधानमंत्री जी हों या फिर अन्य विशेष महानुभाव चित्रकूट अवश्य आएंगे।
श्री कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदनदास महराज कहते हैं कि वैसे तो चित्रकूट का दोहा है कि जेहि पर विपदा
परत है, सो आवत यहि देश। लेकिन देश काल रीति के हिसाब से दोहों का अर्थ बदल जाता है। हम दूसरे मायने में यहभी कह सकते हैं कि चित्रकूट और मोदी जी के ग्रह आपस में नही मिल पा रहे हैं, जिससे उनका आना यहां पर हो सके। हमारी इच्छा है कि जल्द ही उनके चित्रकूट आने का संयोग बनेगा और यहां का विकास तेजी से होगा। हम तो यही आशा कर सकते हैं कि वह यहां पर जल्द आएं और धर्मनगरी के विकास की इबारत बडे स्तर पर लिखने की शुरूआत हो। हमारी मंगलकामना है िकि जल्द ही इस तरह का सुयोग हो और श्री मोदी जी यहां पर पधारें।
जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय कहते हैं कि ये तो संयोग है। वह देश के सर्वोच्च पद पर बैठे राजनेता है । कार्यक्रम की मौखिक सूचना आई थी। हमने तैयारियां भी की थीं। इसके लिए भरतकूप क्षेत्र में तैयारियां भी कर ली गईं थी। लेकिन औपचारिक सूचना नही आने पर तैयारियां को रोक दिया गया। जब भी उनका कार्यक्रम बनेगा, फिर से सूचना आएगी और उनके स्वागत के लिए पूरा प्रबंध किया जाएगा।
No comments:
Post a Comment