चित्रकूट। ग्रामीण विकास राज्य मंत्री प्रदीप जैन 'आदित्य' ने कहा कि कभी गौरव, वैभव व शौर्य का प्रतीक रहा बुंदेलखंड अब सूखा-तबाही और भुखमरी का प्रतीक बन गया है। इस अनोखे तीर्थ क्षेत्र चित्रकूट में स्वयंसेवी संगठनों द्वारा समाज हितों को साधकर चलायी जा रही मुहिम प्रशंसनीय है। चित्रकूट के विकास के लिए उन्होंने कहा कि इसे दो राज्यों की सीमाओं में बांधा नहीं जाना चाहिये। यहां पर पर्यटन का विकास तभी हो सकता है जब इसे 'फ्री जोन' घोषित कर दिया जाये।
एक दिवसीय दौरे पर आये केंद्रीय राज्य मंत्री ने सूचना का अधिकार कानून को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की नसीहत दी। महंगाई के मुद्दे पर अपने ही कृषि मंत्री शरद पवार पर टिप्पणी की कि दस दिनों में महंगाई कम करने का पता नही कौन सा फार्मूला उन्होंने ईजाद कर लिया है। बुंदेलखंड की तरक्की के लिए जहां केंद्र सरकार ने राहुल गांधी की विशेष पहल पर एक पैकेज दिया वहीं एक नई योजना पुराने तालाब बावडि़यों और कुंओं की सफाई, कब्जों से मुक्त कराने और उनका सुन्दरीकरण करके विकास के लिए सामने आ चुकी है। इसका नाम आरआरआर योजना दिया गया है। पत्नी स्नेहलता जैन के साथ चित्रकूट दौरे पर आये केन्द्रीय मंत्री ने जानकी कुंड चिकित्सालय व आरोग्य धाम देखने के साथ ही दृष्टि संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर स्वामी रामभद्राचार्य से आशीर्वाद लिया।
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