हमीरपुर, निज प्रतिनिधि : कैथी गांव में सोमवार को अजीब दृश्य था। प्रतिदिन प्रफुल्लित होकर राम भजने वाले ग्रामीण सुबह से दु:खी थे। शिव मंदिर पर राम धुन करने पहुंचे लोग सिसकियों के साथ भगवान का नाम ले रहे थे। हर एक सांस में दिवंगत ग्रामीण भोला के लिए आह निकल रही थी।
गांव में राम धुन सोमवार को लगातार 42वें दिन भी जारी रही, लेकिन भोला की मौत के कारण उसमें लगे ग्रामीणों में खुशी की स्थान पर दु:ख झलक रहा था। गांव के उम्मेद सिंह, विकास शिवहरे, सुदामा सिंह, सुभाष, राजा भइया, दृगविजय, बल्लू, रामदास निषाद, बालेन्द्र सिंह, जयराम सिंह, हरीकृष्ण यादव, छोटे खां, राम प्रकाश गुप्ता आदि ने कहा कि शायद भगवान की यही मर्जी थी। आज नही तो कल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गांव में आएंगे और यहां पर भी विकास की गंगा बहेगी। लेकिन बीच मझधार में भोला ने साथ छोड़ दिया। बताया कि दिन में भोला सिलाई का काम करता था और रात में दो बजे प्रतिदिन राम राम करने की अपनी 'ड्यूटी' पर मुस्तैदी से आ जाते थे। विधायक साध्वी निरंजन ज्योति भी मौके पर पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में गांव में चल रहे इस अनोखे राम नाम संकीर्तन महायज्ञ की जानकारी दी है।
गांव में राम धुन सोमवार को लगातार 42वें दिन भी जारी रही, लेकिन भोला की मौत के कारण उसमें लगे ग्रामीणों में खुशी की स्थान पर दु:ख झलक रहा था। गांव के उम्मेद सिंह, विकास शिवहरे, सुदामा सिंह, सुभाष, राजा भइया, दृगविजय, बल्लू, रामदास निषाद, बालेन्द्र सिंह, जयराम सिंह, हरीकृष्ण यादव, छोटे खां, राम प्रकाश गुप्ता आदि ने कहा कि शायद भगवान की यही मर्जी थी। आज नही तो कल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गांव में आएंगे और यहां पर भी विकास की गंगा बहेगी। लेकिन बीच मझधार में भोला ने साथ छोड़ दिया। बताया कि दिन में भोला सिलाई का काम करता था और रात में दो बजे प्रतिदिन राम राम करने की अपनी 'ड्यूटी' पर मुस्तैदी से आ जाते थे। विधायक साध्वी निरंजन ज्योति भी मौके पर पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में गांव में चल रहे इस अनोखे राम नाम संकीर्तन महायज्ञ की जानकारी दी है।
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